आज शाम 4:57 बजे किया जाएगा दक्षिण एशिया उपग्रह का प्रक्षेपण, सभी तैयारियां पूरी : इसरो प्रमुख
आज शाम 4:57 बजे किया जाएगा दक्षिण एशिया उपग्रह का प्रक्षेपण, सभी तैयारियां पूरी : इसरो प्रमुख - ए एस किरण कुमार
ISRO ने कहा कि दक्षिण एशिया संचार उपग्रह जीएसएटी-9 के प्रक्षेपण के लिए तैयारियां सुचारू रूप से चल रही हैं। और आज शाम 4:57 बजे इसका प्रक्षेपण किया जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( इसरो ISRO) ने कहा कि दक्षिण एशिया संचार उपग्रह जीएसएटी-9 के प्रक्षेपण के लिए तैयारियां सुचारू रूप से चल रही हैं। यह उपग्रह इस क्षेत्र में देशों के बीच संचार में मददगार होगा। इस भूस्थिर संचार उपग्रह को इसरो ने बनाया है। इसका शुक्रवार को यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण किया जाएगा।
इसरो के जीएसएलवी-एफ09 रॉकेट से इस उपग्रह का प्रक्षेपण किया जाएगा। 235 करोड़ रुपए की लागत वाले इस मिशन का जीवनकाल 12 साल का है। इस उपग्रह का उद्देश्य दक्षिण एशिया क्षेत्र के देशों के बीच सूचनाएं उपलब्ध कराना और आपदा प्रबंधन को मजबूत करना है। साथ ही इस उपग्रह से प्रत्येक देश को डीटीएच, वीसैट क्षमता और आपदा सूचना के आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा।
इसरो चेयरमैन ए एस किरन कुमार ने यहां हवाईअड्डे पर कहा, ‘हमें आज शाम को 4:57 पर प्रक्षेपण करना है। सभी गतिविधियां सुचारू रूप से चल रही है।’ मई 2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र ने इसरो के वैज्ञानिकों से दक्षेस उपग्रह बनाने के लिए कहा था जो पड़ोसी देशों को ‘भारत की ओर से उपहार’ के तौर पर दिया जा सकें।
गत रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोदी ने घोषणा की थी कि दक्षिण एशिया उपग्रह अपने पड़ोसी देशों को भारत की ओर से ‘कीमती उपहार’ होगा। मोदी ने कहा था, ’5 मई को भारत दक्षिण एशिया उपग्रह का प्रक्षेपण करेगा। इस परियोजना में भाग लेने वाले देशों की विकासात्मक जरुरतों को पूरा करने में इस उपग्रह के फायदे लंबा रास्ता तय करेंगे।’
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