हिंदुस्तान 🇮🇳 vs पाकिस्तान। आज एक बार फिर मौका मौका
आज एक बार फिर हिंदुस्तान और पाकिस्तान आमने सामने होंगे, क्रिकेट के मैदान में। उसी नीली जर्सी में होंगे भारतीय खिलाड़ी, वही अंग्रेजो का मैदान और सामने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान । दुःख इस बात का है कि नहीं होगा आपका वो उत्साह, उमंग, जुनून जो विराट कोहली की टीम के लिए होता है!
करीब 18 साल से इंडियन टीम के लिए खेल रही मिताली राज के करियर पर कितने ही लोगों का ध्यान गया होगा. देश में हर कोई क्रिकेट एक्सपर्ट है, बावजूद इसके कितने ही लोग एक बार में बता सकते हैं कि मिताली राज कौन है? झूलन गोस्वामी कौन है? अंजुम चोपड़ा कौन है? डायना एडुल्जी कौन है? एक या दो मैच खेले किसी भी मर्द क्रिकेटर का नाम हमारी क्रिकेट मैमोरी में मिल जाएगा. जिम्मेदार क्रिकेट बोर्ड, मीडिया, बाजार और खुद को क्रिकेट क्रेजी कहने वाले हम सब हैं.
आखिर क्यों ??
मिताली राज की टीम में क्या कमी है ??
🇮🇳🇮🇳मिताली की टीम में सहवाग से तेज तर्रार ओपनर बल्लेबाज़ है !
(हरमनप्रीत कौर) कौर वीमन्स बिग बैश लीग में सिडनी थंडर्स के लिए भी खेल चुकी है. साल 2016 में हरमन भारत की पहली (महिला और पुरुष दोनों) क्रिकेटर थीं जो ऑस्ट्रेलिया के इस फॉरमेट में खेलीं. यहां 12 पारियों में कौर ने 296 रन और 6 विकेट लिए थे. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था. एक मैच के दौरान हरमन का एक छक्का देखकर खुद एडम ग्रिलक्रिस्ट ने वाह! क्या बात है.
59 पारियों में 1690 रन और दो शतक, 8 अर्द्धशतक, औऱ 34 से ज्यादा का औसत लगा चुकी है.🇮🇳
google कर लो अगर विश्वास न हो !
🇮🇳मौजूदा दौर में जब भारत विश्व स्तरीय स्पीडस्टार तेज गेंदबाज़ों में भारत का कोई गेंदबाज़ नही है , उस मौजूदा दौर में विश्व की सर्व श्रेष्ठ तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भारत के पास है । 🇮🇳
🇮🇳महिला क्रिकेट की सचिन कही जाने वाली मिताली राज का औसत किसी भी मामले में विराट कोहली और धोनी से कम नहीं।
इंग्लैंड के खिलाफ 71 रन की पारी मिताली की सातवीं लगातार वनडे हाफ सेंचुरी थी. दुनिया भर में किसी भी महिला बल्लेबाज के नाम ये रिकॉर्ड नहीं है. इससे पहले मिताली ने अपने पिछले 6 वनडे मैचों में नाबाद 70, 64, नाबाद 73, नाबाद 51, 54 और नाबाद 62 रन की पारियां खेली हैं.
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🇮🇳स्मृति मांधना , रोहित शर्मा और गब्बर धवन की तरह ही विरोधी गेंदबाजी आक्रमण पर टूट पड़ती है , जिसकी झलक आपने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ देख ही लिया। घरेलू क्रिकेट में अक्तूबर 2013 में वो पहली महिला क्रिकेटर बन गई जिसने वनडे मैच में डबल सेंचुरी मार दी. महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए गुजरात के खिलाफ स्मृति ने 150 गेंदों पर 224 रनों की पारी खेली. 9 साल की थी तब अंडर-15 में खेली औऱ महज 11 साल की उम्र में अंडर-19 में जगह बना ली. 4 साल बाद देश की सीनियर टीम में जगह मिल गई.🇮🇳
ये टीम भी उसी नीली जर्सी में खेलती है, जिससे सारे फैन इश्क करते हैं. ये टीम भी उतनी ही मेहनत करती है फील्ड पर, जितनी मेल टीम. उसी जोश से गेंद फेंकती है, बल्ला चलाती है, फील्डिंग करते वक़्त डाइव लगाती है. इनका भी उतना ही पसीना बहता है, जितना लड़कों का.
कुछ आँकड़े
करीब 18 साल से इंडियन टीम के लिए खेल रही मिताली राज के करियर पर कितने ही लोगों का ध्यान गया होगा. देश में हर कोई क्रिकेट एक्सपर्ट है, बावजूद इसके कितने ही लोग एक बार में बता सकते हैं कि मिताली राज कौन है? झूलन गोस्वामी कौन है? अंजुम चोपड़ा कौन है? डायना एडुल्जी कौन है? एक या दो मैच खेले किसी भी मर्द क्रिकेटर का नाम हमारी क्रिकेट मैमोरी में मिल जाएगा. जिम्मेदार क्रिकेट बोर्ड, मीडिया, बाजार और खुद को क्रिकेट क्रेजी कहने वाले हम सब हैं. मिताली ने तो महज आईना भर दिखाया है.
अब थोड़े रिकॉर्ड्स…
1999 में टीम इंडिया के लिए वनडे में डेब्यू करने वाली मिताली ने अपने पहले ही मैच में आयरलैंड के खिलाफ 114 रन की पारी खेली. पहली विकेट के लिए रेशमा गांधी (104) के साथ 258 रन की पार्टनरशिप की।
.2002 में इंडिया की वीमन टेस्ट टीम का हिस्सा बनी औऱ अपने तीसरे ही मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 209 रन की पारी खेली. ये उस समय की सबसे बड़ी टेस्ट पारी थी, जो 2004 तक मिताली के ही नाम रही। बाद में पाकिस्तान की किरन बलूच ने 242 रन की पारी के साथ ये रिकॉ़र्ड तोड़ा।
मिताली के नाम 47 हाफ सेंचुरी हैं, जो किसी भी वीमन क्रिकेटर के नाम नहीं हैं. इंग्लैंड की अग्रेसिव बल्लेबाज रहीं शैरलॉट एडवर्ड्स के नाम 46 हाफ सेंचुरी हैं।
मिताली एवरेज के मामले में भी अव्वल रही हैं. 52.27 का औसत है, जो किसी भी इंटरनेशनल वीमन प्लेयर, जिसने 100 से ज्यादा वनडे खेले हैं, से ज्यादा है।
दुनिया में 5000 से ज्यादा वनडे रन बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं. इनके नाम 178 मैचों में 5852 रन हैं और जल्द ही 6000 रन का आंकड़ा छूने वाली दुनिया की पहली वीमन प्लेयर बनने वाली हैं।
शैरलॉट के नाम 5992 रन हैं और इसी वीमन वर्ल़्ड कप में मिताली उन्हें पीछे छोड़ सकती हैं.अप्रैल 2005 में आईसीसी रैंकिंग्स में नंबर एक पर थीं मिताली.
अभी मई 2017 में नंबर दो पर हैं.साल 2003 में अर्जुन अवॉर्ड और साल 2015 में पदमश्री से सम्मानित हुईं.
तो आज आइये छुट्टी के दिन ही भरते है जोश अपनी मर्दानिओं में ।
एक बार फिर मौका मौका गाते है , और अबकी बार कोई चूक नहीं । 🇮🇳🇮🇳
जय हिन्द🇮🇳
वंदे मातरम🇮🇳
भारत माता की जय 🇮🇳
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